Sawan Kawad Yatra : सावन में ही क्यों कावड़ लेने जाते हैं श्रद्धालु? जानिए इसकी बड़ी वजह
Sawan Kawad Yatra : सावन शुरू होते ही कावड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है। आप सभी के जहन में एक सवाल तो उठता ही होगा कि सावन में अधिकतर लोग कावड़ लेने क्यों जाते हैं। सावन के महीने में कांवड़िए हरिद्वार इसलिए जाते हैं क्योंकि इस समय को शिव भक्ति और पूजा के लिए विशेष माना जाता है। सावन (श्रावण) का महीना भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है और हरिद्वार को पवित्र तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है। यहाँ गंगा नदी बहती है जिसे पवित्र और शुद्ध माना जाता है।
कांवड़ यात्रा के दौरान भक्त हरिद्वार, गंगोत्री, गौमुख, या अन्य पवित्र स्थानों से गंगा जल लाते हैं और फिर इसे अपने स्थानीय शिव मंदिरों में भगवान शिव को अर्पित करते हैं। इस यात्रा को कांवड़ यात्रा कहा जाता है और इसमें भक्त कांवड़ (एक विशेष प्रकार की झूली जिसमें जल के पात्र रखे जाते हैं) लेकर चलते हैं।
हरिद्वार जाने का महत्व इस बात में है कि यह स्थान गंगा नदी के किनारे स्थित है और यहाँ का गंगा जल बहुत पवित्र माना जाता है। भक्त यहाँ स्नान करके अपने पापों का नाश करते हैं और भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए गंगा जल अर्पित करते हैं। यह यात्रा भक्ति, तपस्या और संयम का प्रतीक है, और इसमें शामिल होने वाले भक्त भगवान शिव के प्रति अपनी अटूट आस्था और भक्ति को प्रकट करते हैं।