Janmashtami 2024 : जन्माष्टमी पर ठाकुरजी को इस तरह करवाएं पंचामृत स्नान, मन की हर इच्छा होगी पूरी

Janmashtami 2024 : जन्माष्टमी पर ठाकुरजी को पंचामृत स्नान करवाना एक महत्वपूर्ण पूजा विधि है, जिसे बहुत श्रद्धा और विधिपूर्वक किया जाता है। पंचामृत स्नान के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
पंचामृत स्नान की सामग्री
दही
शहद
गुड़
मिठा दूध
घी
पानी
पंचामृत स्नान की विधि
सबसे पहले पूजा स्थल को साफ और स्वच्छ करें।
फिर ठाकुरजी की मूर्ति या चित्र को अच्छे से साफ कर लें।
इसके बाद पंचामृत स्नान के लिए सामग्री को एकत्र करें।
इस तरह तैयार करें पंचामृत मिश्रण
एक स्वच्छ पात्र में दही, शहद, गुड़, मिठा दूध और घी मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें। आप चाहें तो इसमें थोड़ी मात्रा में पानी भी मिला सकते हैं ताकि मिश्रण पतला हो जाए।
ठाकुरजी का पंचामृत स्नान:
सबसे पहले ठाकुरजी की मूर्ति या चित्र को अच्छे से साफ करें।
फिर तैयार किए गए पंचामृत मिश्रण को धीरे-धीरे ठाकुरजी पर डालें। यह प्रक्रिया स्नान की तरह होती है, जिसमें आप ठाकुरजी को इस मिश्रण से स्नान कराते हैं।
स्नान के दौरान मंत्रों का जाप करें जैसे "ॐ श्री कृष्णाय नमः" या "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय"।
स्नान के बाद:
स्नान के बाद ठाकुरजी को स्वच्छ पानी से धो लें, ताकि पंचामृत का अवशेष हट जाए।
फिर ठाकुरजी को नए वस्त्र पहनाएं और उन्हें पूजा के अन्य सामान के साथ सजाएं।
स्नान के बाद ठाकुरजी को फल, मिठाई और अन्य भोग अर्पित करें।
पूजा की समाप्ति:
पूजा के अंत में आरती करें और भगवान के भजनों का गायन करें।
पूजा के प्रसाद को भक्तों में वितरित करें।
इस विधि का पालन करते हुए आप ठाकुरजी को श्रद्धा और भक्ति के साथ पंचामृत स्नान करवा सकते हैं और जन्माष्टमी के पर्व को और भी विशेष बना सकते हैं।