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Buffalo Milk: करोड़पति बना देगी इस नस्ल की भैंस, रोजाना देती है 20 से 30 लीटर दूध, फटाफट जानें... 

यदि आप भी इस समय डेयरी बिजनेस करने का प्लान बना रहे है। तो यह न्यूज़ आपके लिए काम की होने वाली है।
 
Buffalo Milk: करोड़पति बना देगी इस नस्ल की भैंस, रोजाना देती है 20 से 30 लीटर दूध, फटाफट जानें... 
Buffalo Milk : यदि आप भी इस समय डेयरी बिजनेस करने का प्लान बना रहे है। तो यह न्यूज़ आपके लिए काम की होने वाली है। सबसे पहले आपको इस बिजनेस को शुरु करने के लिए ज्यादा दूध देने वाली भैंसों की नस्लों के बारे में जानकरी होनी चाहिए।  चलिए आइए जानते हैं।  

मुर्रा भैंस एक प्रसिद्ध नस्ल है जो अपने उच्च दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है। इस नस्ल की भैंसें प्रतिदिन 20 से 30 लीटर तक दूध देती हैं। ये भैंसें हरियाणा के भिवानी, हिसार, रोहतक, जिंद, झाझर, फतेहाबाद, गुड़गांव और दिल्ली के क्षेत्रों में पाई जाती हैं। मुर्रा भैंसें अपनी दूध देने की क्षमता के कारण डेयरी व्यवसायियों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हैं। इन भैंसों की कीमत आमतौर पर 80,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये तक होती है, जो उनकी उम्र, स्वास्थ्य और दूध उत्पादन की क्षमता पर निर्भर करती है।

जाफराबादी भैंस

जाफराबादी भैंस, जिसे गिर भैंस भी कहा जाता है, एक और उच्च दूध देने वाली नस्ल है। यह नस्ल मुख्य रूप से गुजरात में पाई जाती है और दुनिया भर में लगभग 25,000 जाफराबादी भैंसें हैं। यह भैंस नदी भैंसा के रूप में भी जानी जाती है और इसकी महत्वपूर्ण नस्लों में गिनी जाती है। जाफराबादी भैंसें प्रतिदिन 15 से 20 लीटर तक दूध देती हैं। इनकी कीमत भी मुर्रा भैंसों की तरह ही 80,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये तक हो सकती है, जो विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है।

डेयरी बिजनेस के फायदे

  1. उच्च मुनाफा: अच्छी नस्ल की भैंसों का पालन करने से उच्च मात्रा में दूध उत्पादन होता है, जिससे डेयरी व्यवसाय में मुनाफा बढ़ता है।

  2. स्थिर आय: डेयरी उत्पादों की हमेशा मांग रहती है, इसलिए यह व्यवसाय स्थिर आय का स्रोत हो सकता है।
  3. कम जोखिम: पशुपालन और डेयरी व्यवसाय में निवेश के मुकाबले कम जोखिम होता है, विशेषकर जब आप अच्छी नस्लों का चयन करते हैं।

महत्वपूर्ण बातें

  1. नस्ल का चयन: उच्च दूध देने वाली नस्लों का चयन करें जैसे मुर्रा और जाफराबादी भैंसें।

  2. स्वास्थ्य देखभाल: भैंसों की नियमित स्वास्थ्य जांच और उचित आहार सुनिश्चित करें।
  3. आधुनिक तकनीक: दूध उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करें।