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Rohini Blast Case: दिल्ली को दहलाने की साजिश, 'सफेद पाउडर' ने बढ़ाया सस्पेंस, जांच में जुटी NIA-NSG

दिल्ली के रोहिणी में प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास रविवार सुबह करीब 7.50 बजे जोरदार धमाका हुआ
 
Rohini Blast Case: दिल्ली को दहलाने की साजिश, 'सफेद पाउडर' ने बढ़ाया सस्पेंस, जांच में जुटी NIA 

Rohini Blast Case:  दिल्ली के रोहिणी में प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास रविवार सुबह करीब 7.50 बजे जोरदार धमाका हुआ. इस धमाके की जांच के लिए दिल्ली पुलिस बम निरोधक दस्ते और फोरेंसिक टीम सहित तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई. इसके साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. इसकी विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी.

सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां सीआरपीएफ स्कूल के सामने हुए इस धमाके को बेहद गंभीरता से ले रही हैं. बहुत जल्द ही इसको लेकर तैयार की गई रिपोर्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी. अभी तक हुई जांच में सामने आया है कि इस ब्लास्ट के लिए काफी ज्यादा मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था. इस धमाके की आवाज दो किलोमीटर तक सुनाई दी थी.

इसके साथ ही प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि ये एक डायरेक्शनल ब्लास्ट हो सकता है. इसमें विस्फोटक को इस तरह से लगाया गया था कि इससे शॉकवेव पैदा हो सके. ऐसे मामलों में ठोस या तरल विस्फोटक पदार्थ बहुत गर्म, सघन, उच्च दबाव वाली गैस में परिवर्तित हो जाता है. विस्फोट आसपास की हवा में बहुत तेज गति से फैलता है, जिससे शॉकवेव पैदा होता है, जो आसपास बहुत नुकसान पहुंचाता है.

यही वजह है कि इस धमाके के बाद सीआरपीएफ स्कूल की दीवार, आस-पास की दुकानें और एक कार क्षतिग्रस्त हो गई. घटनास्थल से धुएं का गुबार उठता देखा गया. इससे संबंधित एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें घना सफेद धुआं देखा जा सकता है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि मोबाइल नेटवर्क डेटा एकत्र किया गया है, ताकि पता लगाया जा सके कि विस्फोट के समय आस-पास कौन-कौन मौजूद था.

 धमाका स्थल से फोरेंसिक टीम ने रहस्यमयी सफेद पाउडर बरामद किया है.
घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे फोरेंसिक एक्सपर्ट्स ने "सफेद पाउडर" बरामद किया है, जिसे जांच के लिए लैब में भेजा गया है. स्कूल की दीवार के पास एक गड्ढा खोदकर मिट्टी के नमूने भी लिए गए हैं. एनएसजी अधिकारियों ने मौके से कुछ सामग्री भी आगे की जांच के लिए भेजी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह किसी तरह का विस्फोटक है या कुछ और, इसका पता तभी चल पाएगा जब हम इसकी गहन जांच करेंगे.'' 

एनएसजी कमांडो ने पूरे इलाके को स्कैन करने के लिए रोबोट तैनात किए हैं. एक अधिकारी ने कहा, "एनएसजी, एनआईए और दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है. त्योहार का सीजन होने के कारण दिल्ली पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट पर है." इस मामले में रोहिणी के प्रशांत विहार थाने में बीएनएस, 4 सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम और 3 विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है.