गुड बाय FASTAG...मोदी सरकार ने बदल दिए नियम, गाड़ियों में GPS डिवाइस इंस्टॉल किया जाएगा; जानें क्यों
देश में टोल टैक्स कलेक्शन के लिए ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) लॉन्च हो रहा है। इसके तहत गाड़ियों में GPS डिवाइस इंस्टॉल किया जाएगा और इस सिस्टम वाली गाड़ियों के लिए अलग लेन होगी।
Updated: Sep 10, 2024, 20:12 IST

देश में टोल टैक्स कलेक्शन के लिए ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) लॉन्च हो रहा है। इसके तहत गाड़ियों में GPS डिवाइस इंस्टॉल किया जाएगा और इस सिस्टम वाली गाड़ियों के लिए अलग लेन होगी। इस लेन में दूसरी गाड़ियां आने पर उनसे दोगुना टोल लिया जाएगा। इस सिस्टम से लैस वाहन मालिकों को टोल रोड पर 20KM तक कोई टोल नहीं देना होगा। 20KM के बाद जितनी दूरी तय होगी, उसके हिसाब से टोल लिया जाएगा।
यह सिस्टम कैसे काम करेगा?
- जीपीएस डिवाइस: हर गाड़ी में एक जीपीएस डिवाइस लगाई जाएगी। यह डिवाइस गाड़ी की लोकेशन को लगातार ट्रैक करेगा।
- टोल काटना: जब आप किसी टोल वाले इलाके से गुजरेंगे तो यह डिवाइस आपके खाते से ऑटोमैटिकली टोल काट लेगा। आपको रुककर पैसा देने की जरूरत नहीं होगी।
- 20 किमी फ्री: अगर आपने किसी दिन किसी एक ही हाईवे पर 20 किमी से कम सफर किया है तो आपसे कोई टोल नहीं लिया जाएगा।
- दूरी के हिसाब से टोल: 20 किमी से ज्यादा सफर करने पर आपसे जितनी दूरी आपने तय की है, उसके हिसाब से टोल काटा जाएगा।
इस सिस्टम के फायदे क्या हैं?
- समय की बचत: आपको टोल प्लाजा पर रुककर लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी।
- आसान: टोल का भुगतान ऑटोमैटिक हो जाएगा।
- सस्ता: 20 किमी तक का सफर फ्री होने से आपको पैसे बचेंगे।
- दूरी के हिसाब से भुगतान: आप जितनी दूरी तय करेंगे, उतना ही टोल देंगे।