FASTag Rules: FASTag रूल्स में बदलाव, नहीं लगेगी लंबी कतार, अपने आप हो जाएगा रिचार्ज

FASTag Rules: RBI ने फास्टैग अकाउंट को ई-मेंडेट फ्रेमवर्क में शामिल कर लिया है। अब फास्टैग अकाउंट में पैसे खत्म होने पर भी लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि फास्टैग अकाउंट में पैसे आपके बैंक अकाउंट से अपने आप ही ट्रांसफर हो जाएंगे।
जिस अकाउंट से फास्टैग अकाउंट में पैसे जोड़े जाएंगे, उसके लिए यूजर के पास 24 घंटे पहले ही नोटिफिकेशन आएगा। उधर, सरकार ने 31 अक्टूबर तक KYC कराने समय निर्धारित की है।
ई-मैंडेट, बैंकिंग में एक डिजिटल पेमेंट सर्विस है। इसके जरिए ग्राहक अपने बैंक को यह परमिशन देता है कि वह किसी दूसरे बैंक खाते या किसी पेमेंट को एक तय रकम को तय समय पर अपने आप डेबिट कर सकें। इसे और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कंपनियों के लिए पेमेंट प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए शुरू किया था। इसके जरिए कागज़ी कार्रवाई की ज़रूरत खत्म हो जाती है, जिससे प्रक्रिया तेज और कुशल हो जाती है।
फास्टैग (FASTag) एक कैशलेस टोल पेमेंट सिस्टम है। इसके लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का इस्तेमाल किया जाता है। इसे गाड़ी के विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर, इस चिप वाले स्टिकर को स्कैन करते हैं और टोल अमाउंट, फास्टैग से जुड़े प्रीपेड खाते से सीधे कट जाती है। इसके साथ ही टोल प्लाजा पर गाड़ी के रोके बिना ही टोल का पेमेंट हो जाता है।