Bharat Bandh: 10 पॉइंट में समझिए क्यों है भारत बंद, कहां-कहां दिखेगा ताला? जानें सब कुछ
1. कहा जा रहा है कि भारत बंद का आह्वान सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के विरोध में किया है, जिसमें शेड्यूल कास्ट (SC) रिजर्वेशन में कोटे में कोटा मंजूर किया गया है। शीर्ष कोर्ट ने कहा था कि राज्य, आरक्षण में सब कैटेगरी बना सकते हैं। साथ ही कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने को मंजूरी दी है।
2. कोर्ट ने ये भी कहा कि राज्य सरकारें मनमर्जी से भी कोई फैसला नहीं ले सकतीं। कोर्ट ने कुछ जातियों के पीछे रहने के कारण मुख्यधारा में लाने के लिए कोटे में कोटा को मंजूरी दी है। इससे अनुसूचित जातियों को सब-कैटेगरी में बांटा जा सकेगा। माना जा रहा है कि पूरा विवाद इसी बात को लेकर है। जहां कुछ लोगों का कहना है कि शीर्ष कोर्ट का फैसला आरक्षण के विरोध में है, तो वहीं कुछ ने कहा है कि ऐसा नहीं है। सब कैटेगरी बनाने से उल्टा पिछड़ी जातियों को आगे आने का मौका मिलेगा।
3. हालांकि आधिकारिक रूप से क्या खुलेगा क्या बंद रहेगा, इसे लेकर किसी भी व्यापारी या सामाजिक संगठन ने कोई ऐलान नहीं किया है, लेकिन भीम सेना और दलित समाज की ओर से वायरल हो रहे लेटर में आमजन से अपील की गई है कि एक दिन हमारा सहयोग करें। सिर्फ भीम सैनिक घरों से बाहर निकलकर भारत बंद पर नजर रखेंगे।
4. रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल सेवाओं, पुलिस और फायर सर्विसेज को छोड़कर सुबह 6 से रात 8 बजे तक खास तौर पर परिवहन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
5. कहा जा रहा है कि मॉल, मार्केट, पर्यटन स्थल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और प्राइवेट ऑफिसों पर बंद का असर पड़ सकता है। रेल, मेट्रो, एटीएम, निजी वाहन, कमर्शियल वाहन, स्कूल-कॉलेज, ऑफिसों पर बंद का असर पड़ सकता है। कुछ निजी स्कूल बंद रह सकते हैं। जरूरी सेवाओं से जुड़ी सर्विसेज जैसे पेट्रोल पंप चलते रहेंगे।
6. भारत बंद को लेकर सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद हैं। उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ इलाकों को संवेदनशील माना गया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संवेदनशील है। पुलिस यहां हाई अलर्ट पर है।
7. राजस्थान के 5 जिलों में स्कूल बंद रहेंगे। इसमें जयपुर, भरतपुर, दौसा, डीग और धौलपुर जिलों के नाम शामिल हैं। राजस्थान में सभी जिलों में पुलिस की तैनाती बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी यूआर साहू ने कानून व्यवस्था की स्थिति के लिए एसपी को निर्देश जारी किए हैं। राजस्थान के कुछ जिलों में पुलिस के अतिरिक्त बल की तैनाती की भी रिपोर्ट सामने आई हैं।
8. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी सुप्रीम कोर्ट के उप-वर्गीकरण के फैसले का विरोध किया है। बसपा के बैनर के तले भी भारत बंद होगा। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि कई वर्गों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है, बिना कोई हिंसा के शान्तिपूर्ण करने की अपील की गई है। नगीना सांसद और आजाद समाज पार्टी के नेशनल प्रेसीडेंट चंद्रशेखर आजाद ने बंद का समर्थन करते हुए कहा है कि पार्टी बहुजनों की ताकत दिखाने के लिए एससी-एसटी क्रीमी लेयर वर्गीकरण, लेटरल एंट्री, निजी क्षेत्र में आरक्षण जैसे जन सरोकारों से जुड़े मुद्दों पर बड़े आंदोलन का आह्वान करती है।
9. इससे पहले 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद किया गया था। जिसे अबतक का सबसे बड़ा भारत बंद कहा जाता है। दलित और आदिवासियों की भारी संख्या सड़कों पर देखने को मिली थी। इसका कारण अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में सुप्रीम कोर्ट का संशोधन था। वहीं फरवरी 2024 में किसान संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया था। हालांकि इसका बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिला था।
10. भारत बंद को लेकर सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद हैं। पुलिस सोशल मीडिया पर नजरें बनाए हुए है। किसी भी भड़काऊ पोस्ट या फेक न्यूज को शेयर करना भारी पड़ सकता है। सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से बचें।