दुबई से सोना लाने का बड़ा खेल! जानिए कैसे ज्वैलर्स कमा रहे अरबों!
भारत सरकार ने दुबई से सोना आयात में छुपे लूपहोल को बंद करने के लिए सख्त नियम लागू किए हैं। यूएई के साथ CEPA समझौते के तहत कुछ व्यापारी प्लैटिनम एलॉय के रूप में सोना कम ड्यूटी पर आयात कर अरबों कमा रहे थे। अब नए HS कोड के साथ इस धोखाधड़ी पर अंकुश लगाया जाएगा, जिससे सोने के व्यापार में पारदर्शिता बढ़ेगी और अवैध कारोबार रोका जाएगा।

Gold Import Loophole: भारत सरकार ने हाल ही में सोना, चांदी और प्लैटिनम के आयात पर सख्त अंकुश लगाते हुए नई नियमावली लागू की है। इस फैसले के पीछे एक बड़ा कारण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ हुए व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) में छुपा लूपहोल है, जिसका गलत फायदा उठाकर कुछ ज्वैलर अरबों रुपए कमा रहे थे।
सरकार का फैसला और नई पाबंदियां
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने 19 मई 2025 को एक नोटिफिकेशन जारी किया, जिसमें हार्मोनाइज्ड सिस्टम (HS) कोड में संशोधन कर कुछ कोड हटा दिए गए और कुछ को ‘रेस्ट्रिक्टेड’ श्रेणी में डाल दिया गया। अब 99.5% से अधिक शुद्धता वाले सोने, 99.9% से अधिक शुद्धता वाली चांदी और 99% से अधिक शुद्धता वाले प्लैटिनम के लिए अलग एचएस कोड बनाए गए हैं ताकि इनके आयात पर बेहतर नियंत्रण रखा जा सके। यह नियम फाइनेंस एक्ट 2025 के तहत लागू हुए हैं।
यूएई के साथ CEPA समझौता और लूपहोल
मार्च 2022 में भारत और यूएई के बीच CEPA समझौता हुआ था, जिसमें सोने की तुलना में प्लैटिनम एलॉय पर आयात ड्यूटी बहुत कम यानी केवल 1% रखी गई थी, जबकि सोने पर 5% ड्यूटी लगती थी। उस समय सोना और प्लैटिनम की कीमतें करीब-करीब समान थीं, इसलिए 2% प्लैटिनम और 98% सोने वाले मिश्रण को प्लैटिनम एलॉय माना गया।
लेकिन बाद में सोने की कीमत तेजी से बढ़ी और प्लैटिनम की कीमत में उतनी बढ़ोतरी नहीं हुई। जनवरी 2022 में प्लैटिनम की कीमत लगभग 2300 रुपये प्रति ग्राम थी जबकि सोना करीब 5500 रुपये प्रति ग्राम था। अब सोने की कीमत लगभग 9000 रुपये प्रति ग्राम हो गई है, जबकि प्लैटिनम 2700 रुपये के आसपास है।
लूपहोल का फायदा कैसे उठाया गया?
इस अंतर का फायदा उठाकर कुछ व्यापारी दुबई से भारी मात्रा में सोना प्लैटिनम एलॉय के रूप में आयात करने लगे ताकि उन्हें केवल 1% ड्यूटी देनी पड़े। यदि वे शुद्ध सोना आयात करते, तो 5% ड्यूटी चुकानी पड़ती। यह चालाकी ज्वैलर्स को भारी मुनाफा दे रही थी।
नई एचएस कोड क्लासिफिकेशन के तहत अब 90-95% सोना मिश्रित प्लैटिनम एलॉय को CEPA के तहत 1% ड्यूटी पर आयात नहीं किया जा सकेगा, जिससे इस लूपहोल को बंद किया जाएगा।
यूएई से सोने का बढ़ता आयात और जेम्स-ज्वैलरी कारोबार
2021-22 में भारत ने कुल 879 टन सोना आयात किया था, जिसमें से 99.76 टन यूएई से था। लेकिन 2023-24 में कुल सोने का आयात घटकर 795.25 टन रह गया, जबकि यूएई से सोना आयात बढ़कर 119.75 टन हो गया।
सीईपीए के बाद भारत से यूएई को जेम्स और ज्वैलरी का निर्यात भी तेज़ी से बढ़ा है। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अनुसार, 2021-22 में भारत ने यूएई को 4.95 अरब डॉलर का जेम्स-ज्वैलरी निर्यात किया था, जो 2023-24 में 62% बढ़कर 8 अरब डॉलर से अधिक हो गया।