Infant 5 Vaccines: एक साल तक के शिशु को जरूर लगवाएं ये 5 टीके, कई गंभीर बीमारियों से होगा बचाव
Infant 5 Vaccines: शिशुओं के जन्म के कुछ समय बाद उन्हें गंभीर बीमारियों जैसे HIV, पोलियो या मीजल्स और रूबेला से बचाने के लिए उनको कई तरह की वैक्सीन लगाई जाती हैं, ताकि शिशुओं में इन इंफेक्शन को फैलने से रोका जा सके। ऐसे में आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही वैक्सीन के बारे में बताएंगे, जिसे हर माता-पिता को अपने शिशुओं का 1 साल पूरा होने से पहले जरूर लगवानी चाहिए।
BCG वैक्सीन
बीसीजी वैक्सीन, तपेदिक (टीबी) नाम के संक्रमण से बचाव में मदद करती है। यह वैक्सीन, टीबी पैदा करने वाले बैक्टीरिया का कमजोर रूप होता है। हर शिशु को 1 साल पूरा होने से पहले यह वैक्सीन लगाई जाती है।
इस वैक्सीन को खास तौर पर बच्चों में टीबी की बीमारी के रोकथाम के लिए बनाई गई है। इसे जन्म के तुरंत बाद ही बच्चों को लगाया जाता है, ताकि उनमें टीबी की रोकथाम को बढ़ावा दिया जा सके।
हेपेटाइटिस बी
हेपेटाइटिस बी वैक्सीन शिशुओं में हेपेटाइटिस बी वायरस (एचपीवी) को होने से रोकने में मदद करता है। यह एक रिकॉम्बिनेंट इंजेक्शन है, जो आपके स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करती है। हेपेटाइटिस बी वैक्सीन जन्म के तुरंत बाद 24 घंटे के अंदर बच्चों को लगाया जाता है।
ओरल पोलियो वैक्सीन
लोगों में बढ़ते पोलियो के मामले की रोकथाम के लिए नवजात शिशुओं को जन्म के 15 दिनों के अंदर ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) लगाई जाती है। इसके बाद 5 साल की उम्र तक उन्हें अन्य खुराक समय-समय पर दी जाती है। यह वैक्सीन, बच्चों को पोलियो वायरस से बचाने के लिए दी जाती है। पोलियो एक ऐसी संक्रामक बीमारी है, जो नर्वस सिस्टम पर हमला करती है और व्यक्ति के अपाहिज बनने का कारण बन सकती है।
पेंटावेलेंट वैक्सीन
पेंटावेलेंट वैक्सीन, शिशुओं को डिप्थीरिया, पर्टुसिस,टेटनस, हेपेटाइटिस बी और हिब जैसी बीमारियों से बचाल के लिए दी जाती है। इस वैक्सीन को शिशु के जन्म के 6 हफ्ते में, फिर 10 सप्ताह और 14 सप्ताह में अलग-अलग खुराक में दी जाती है। अगर किसी कारण बच्चे को यह वैक्सीन लगाना भूल जाए या न लगवा पाए तो 1 साल की उम्र तक शिशु को ये वैक्सीन लगाई जा सकती है।
मीजल्स-रूबेला वैक्सीन
मीजल्स-रूबेला वैक्सीन, शिशुओं को मीजल्स और रूबेला दोनों इंफेक्शन से बचाव के लिए दी जाती है। इस वैक्सीन की पहली खुराक 9 महीने से 1 वर्ष के बीच दी जानी चाहिए और अगर छूट जाए, तो इसे 5 साल की उम्र तक बच्चों को लगवाया जा सकता है। शिशुओं के लिए यह वैक्सीन बहुत सुरक्षित और प्रभावी होती है।