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कहीं आप तो नहीं पीते इस तरह पानी? इम्यूनिटी सिस्टम पर पड़ता है सीधा असर

धूप में काम के चलते भटक रहे हों या रात में नींद खुलने पर डिहाइड्रेशन जैसा महसूस हो, पानी का एक ग्लास उस समय अमृत जैसा लगता है।
 
How To Drink Water

How To Drink Water : धूप में काम के चलते भटक रहे हों या रात में नींद खुलने पर डिहाइड्रेशन जैसा महसूस हो, पानी का एक ग्लास उस समय अमृत जैसा लगता है। पानी मानव जाति की सबसे बेसिक जरूरतों में से एक है। यह कहना गलत नहीं होगा कि पानी ही वह कारण है जिसकी वजह से हम सदियों से सर्वाइव करते आ रहे हैं। अधिकतर लोगों को पता ही होगा कि हमारे शरीर में भी 70 प्रतिशत पानी ही होता है, पसीने और यूरिन के रूप में निकलता रहता है।

इसीलिए पानी की अहमियत पर जितना ज्यादा जोर दिया जाए कम ही रहता है। लेकिन, क्या सिर्फ पानी पीना हमारे शरीर की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त होता है? कई लोग ऐसा ही सोचते हैं और अगर आप भी ऐसे लोगों में से हैं तो हम आपको पानी पीने से जुड़े कुछ मिथ्य यानी गलत तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल, सिर्फ पानी पीने भर से शरीर को वो फायदे नहीं मिलते जिनकी हमें उम्मीद होती है। इस रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स से जानें पानी पीने के सही तरीके।

डॉक्टर हमेशा ही खूब पानी पीने की सलाह देते हैं। पर्याप्त और शुद्ध पानी पीने के कई हेल्थ बेनेफिट्स देखने को मिलते हैं। जब आप रोज 7 से 8 ग्लास पानी पीने लगते हैं तो आपके शरीर से टॉक्सिंस के निकलने में मदद मिलती है। आपका वजन बैलेंस्ड रहता है। आपरा इम्यूनिटी सिस्टम बेहतर होता है। इसके अलावा पर्याप्त पानी पीने से आपकी त्वचा स्मूद होने लगती है। डिहाइड्रेशनम की समस्या से छुटकारा मिलता है और शरीर का फ्लूड बैलेंस रखने में मदद मिलती है।

इन तीन आदतों को कहें बाय-बाय
आयुर्वेदिक हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार पानी पीते समय आपको हमेशा कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार कम से कम तीन बातों को तो पानी पीते वक्त हमेशा दिमाग में रखना चाहिए क्योंकि पानी ही जीवन का सोर्स है। पानी ही प्राण है और इसके साथ लापरवाही आपके स्वास्थ्य पर बड़ा असर डाल सकती है। आइए जानते हैं क्या हैं वो पानी पीते समय अपनाई जाने वाली वो तीन खराब आदतें जिनसे दूरी बनाकर आप खुद को हेल्दी रख सकते हैं।

1. प्लास्टिक बॉटल्स यूज न करें
अगर आप पानी पीने के लिए प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसा करना बंद कर दीजिए। ऐसा इसलिए क्योंकि वैज्ञानिकों ने इंसानों के खून में माइक्रोप्लास्टिक्स मिले हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को जन्म दे सकते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार जब प्लास्टिक की बोतल सीधे धूप के संपर्क में आती है तो केमिकल रिएक्शन होता है और बोतल में मौजूद पानी में माइक्रोप्लास्टिक रिलीज हो जाते हैं। ये माइक्रोप्लास्टिक हमारे अंगों में जमा होकर बीमार कर सकते हैं।

2. पानी इस तरह कतई न पिएं
हम में से कई लोगों की आदत होती है कि तेज प्यास लगने पर बिना ध्यान दिए पानी गटक लेते हैं। लेकिन, एक्सपर्ट्स के अनुसार यह पानी पीने का गलत तरीका है। असल में, तेजी से पानी गटकने से हाइड्रेट होने में कोई खास मदद नहीं मिल पाती है। ध्यान रखें कि जब आप तेजी से पानी गटकते हैं तो पानी में मौजूद अशुद्धियां, जिन्हें रिमूव किया जाना होता है, हमारे ब्लैडर और किडनी में जमा हो जाती हैं। इसीलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स हमेशा धीरे-धीरे ही पानी पीने की सलाह देते हैं।

3. इस पोजिशन में न पिएं पानी
अक्सर हम ध्यान नहीं देते और खड़े-खड़े पानी पी लेते हैं। लेकिन, एक्सपर्ट्स का मानना है कि खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पानी पीने के लिए सबसे सही पोजिशन यही है कि बैठकर पानी पिया जाए। आयुर्वेद में भी कहा गया है कि जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो यह सीधा आपके पेट के निचले हिस्से में जाता है और इससे पानी से मिलने वाले पोषक तत्व और मिनरल्स नहीं मिल पाते। साथ ही ऐसे पानी पीने से किडनी पर भी प्रेशर पड़ता है।