{"vars":{"id": "116879:4841"}}

IPS Divya Tanwar Success Story: पिता का छूट गया था साथ, मां ने नहीं छोड़ा बेटी का हाथ, फिर ऐसे बनी आईपीएस अधिकारी; भावुक कर देगी ये कहानी

 
IPS Divya Tanwar Success Story: देश में वैसे तो अनेक परीक्षाएं होती है लेकिन सबसे टफ परीक्षा UPSC की परीक्षा होती है। इस परीक्ष को पास करना बहुत मुश्किल काम है। लेकिन फिर भी कुछ महान हस्तियां इसे दिन रात पढ़ाई कर पास कर ही लेती है। इस परीक्षा को पास करने के लिए 14 से 16 घंटे तक पढ़ाई करनी पड़ती है। इसके साथ ही लगभग हर विषय का ज्ञान होना जरूरी होता है। बता दें कि इस परीक्षा को पास करने के लिए तीन चरण पार करने पड़ते हैं। इस परीक्षा में सबसे पहले एक परीक्षा होती है उसके बाद मैन परीक्षा होती है फिर उसके बाद साक्षात्कार होता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद कुछ आईएएस बन जाते हैं तो कुछ आईपीएस और कुछ आईएफएस। हालांकि देश के विकास और सुरक्षा में आईएएस और आईपीएस और आईएफएस तीनो की सेवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
साथ ही तीनो की अपनी महिमा और जिम्मेदारियां हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही आईपीएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनकी सफलता की कहानी जान आप भी हैरान रह जायेंगे। यहाँ हम बात कर रहे हैं आईपीएस दिव्या तंवर की। यह आईपीएस हरियाणा की रहने वाली है। बता दें कि यह आईपीएस 2021 के बैच की अधिकारी है। उन्होंने 2021 में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 438 के साथ संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास की। उन्होंने अपने पहले अटेंप्ट में 21 साल की उम्र में परीक्षा पास की। बता दें कि 2011 मेंदिव्या के पिता का निधन हो गया था जिससे उनके परिवार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लेकिन दिव्या की मां ने उसका साथ नहीं छोड़ा। दिव्या की मां ने हमेशा अपनी बेटी को पढ़ाई करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। दिव्या जब परीक्षा की तैयारी कर रही थीं तब उनकी मां बबिता ने भी उन्हें आर्थिक मदद की थी। अपनी मां के सपने को पूरा करते हुए दिव्या 2021 बेच में आईपीएस अधिकारी बन गई। जिससे उनकी मां का सपना पूरा हो गया।