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Haryana Collage Students: हरियाणा में कॉलेज छात्रों के लिए बड़ी खबर! इतने दिन की छुट्टी तो पड़ेगा भारी, बदला ये नियम 

हरियाणा के कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए 1 अगस्त से एक नई व्यवस्था लागू की जा रही है।
 

Haryana Collage Students: हरियाणा के कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए 1 अगस्त से एक नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इस व्यवस्था के तहत अगर छात्र लगातार एक हफ्ते तक कॉलेज बंक करते हैं, तो उनका नाम क्लास से हटा दिया जाएगा। छात्रों की हाजिरी अब ऑनलाइन दर्ज की जाएगी और इसे हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।

ऑनलाइन हाजिरी से होगी निगरानी
हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि छात्र कॉलेज बंक कर बाहर चले जाते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए विभाग ने ऑनलाइन हाजिरी लगाने का निर्णय लिया है। नई व्यवस्था के अनुसार, अब छात्रों को हर विषय के प्रत्येक पीरियड में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा।

विद्यार्थियों की हर पीरियड की हाजिरी अब ऑनलाइन दर्ज होगी और हायर एजुकेशन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। अगर कोई छात्र लगातार एक सप्ताह तक बंक करता है, तो उसका नाम क्लास से हटा दिया जाएगा।

अभिभावकों को मिलेगा हाजिरी का विवरण
हायर एजुकेशन विभाग ने यह भी निर्णय लिया है कि छात्रों की एक माह की हाजिरी का ब्यौरा उनके अभिभावकों को एसएमएस के माध्यम से भेजा जाएगा। इससे अभिभावक यह जान सकेंगे कि उनके बच्चे कितने दिन कॉलेज गए और उन्होंने कितने पीरियड बंक किए।

टाइम टेबल का पालन अनिवार्य
हायर एजुकेशन विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, नई व्यवस्था 1 अगस्त से लागू होगी। छात्रों को प्रत्येक पीरियड के बारे में जानकारी और टाइम टेबल पहले से नोट करवाया जाएगा। इस टाइम टेबल की एक प्रति नोटिस बोर्ड पर भी लगाई जाएगी। अगर कोई छात्र टाइम टेबल के अनुसार क्लास में उपस्थित नहीं होता है, तो उसकी रिपोर्ट रोजाना हायर एजुकेशन विभाग को भेजी जाएगी।

नई व्यवस्था की आवश्यकता
हायर एजुकेशन विभाग ने यह निर्णय छात्रों की कम उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया है। कई छात्र सुबह कॉलेज के लिए निकलते हैं, लेकिन कक्षाओं में जाने के बजाय परिसर में समय बिताते हैं। नई व्यवस्था के तहत, छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी, जिससे स्पष्ट हो सकेगा कि कितने छात्र कक्षाओं में नहीं जा रहे हैं। साथ ही अभिभावकों को भी बच्चों की उपस्थिति के बारे में नियमित जानकारी मिलती रहेगी।